धान उठाव का हाल-बेहाल, खरीदी केन्द्र में धान तौलाई, छल्ली लगाने की जगह नहीं, समिति प्रबंधक पस्त।
राजनांदगांव – जिले में धान खरीदी विगत १४ नवंबर २०२४ से प्रारंभ हो चुका है और ३१ जनवरी २०२५ तक चलेगा जो छत्तीसगढ़ राज्य के सभी जिलों में जारी है, शासन-प्रशासन ने सत्र २०२४-२०२५ सत्र में धान खरीदी मोबाइल एप डाउनलोड कर आनलाईन धान बेचने हेतु टोकन नंबर मिलेगा और उसी के आधार पर प्रत्येक किसान धान बेच सकेंगे, जिसमें ६०प्रतिशत आनलाईन और ४०प्रतिशत आफलाइन टोकन जारी किया जा रहा है किन्तु विडम्बना है कि आज की स्थिति में आनलाईन टोकन १५ जनवरी तक २०२५ तक अधिकतर समितियों के किसान भर चुके हैं इसके चलते एक माह पूर्व ही समस्त धान उपार्जन केन्द्रों में खरीदी बफर लिमिट से पांच गुना अधिक धान खरीदी हो चुकी है, विपणन विभाग एवं खाद्य विभाग अनुबंधित मिलर्सो से धान परिवहन नहीं करवा पा रही है और संग्रहण केंद्र से भी अनुबंधित परिवहनकर्ता संघ भी सुचारू ढंग से काम नहीं कर रही है रायपुर विपणन एनआईसी सेंटर से छत्तीसगढ़ राज्य के प्रत्येक जिलों के धान उपार्जन केन्द्रों में उपलब्धता अनुसार टीओ-डीओ जारी नहीं किया जा रहा है राज्य के सभी जिलों में समिति प्रबंधकों ने अपने बैंक ब्रांच, कलेक्टर, डीएमओ, एसडीएम, जनप्रतिनिधियों को अवगत कराने के बाद भी व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो पाया है और आगे सरकार की मंशानुरूप किसान के धान की हर दाने-दाने की खरीदी नहीं हो पायेगी और न ही समिति प्रबंधक अपने समिति से समस्त जुड़े किसानों से धान समर्थन मूल्य पर खरीदी कर सकते हैं।?