मंदिर में अखंड जाप सहित वेदमाता गायत्री की उपासना, आराधना की तैयारी शुरू ,,
आसपास के गांवों में गायत्री महायज्ञ व प्रज्ञा पु
राण की बिखर रही छटा
राजनांदगांव / स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ में हिन्दू नववर्ष व चैत्र नवरात्रि महापर्व की तैयारी शुरू हो गई है। मंदिर में 9 अप्रैल मंगलवार के दिन वेद माता गायत्री के नाम से आस्था की ज्योत जलाई जाएगी। इसी के साथ नवरात्र पर्व व गुड़ी पड़वा के दिन से मंदिर में अखंड जाप व वेदमाता गायत्री की पूजा अर्चना व ध्यान साधना सहित नवरात्र के नौ दिनों के लिए देवी आराधना उपासना का कार्य शुरू हो जाएगा।
गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य ट्रस्टी सूर्यकांत चितलांग्या व उप ट्रस्टी बृजकिशोर सुरजन ने बताया कि माता गायत्री चारों वेदों की जननी है। ब्रह्माण्ड की सत, रज, तम तीनों शक्तियां इसी में समाहित है। मां गायत्री की पूजा उपासना हमेशा लाभदायक सिद्ध होता है। मां गायत्री इसका साधकों को मनोवांछित फल देती है । उन्होंने बताया कि वर्ष के दोनों नवरात्रियों में गायत्री मंत्र का जाप व यज्ञ -हवन सहित उपासना आराधना अनेकों गुना फल देने वाला सिद्ध होता है। हालांकि मंदिर में परम पूज्य गुरुदेव श्री राम शर्मा आचार्य द्वारा जलाए गए अखंड दीप आज भी प्रज्जवलित है, लेकिन नवरात्रि में मातारानी की पूजा- उपासना ,आराधना सहित 24 हजार मंत्र जाप साधकों को दैवीय गुणों से शक्तियों से भर देने वाला साबित होता है। यही वजह है कि शक्तिपीठ में मातारानी के नाम दीप प्रज्जवलन के साथ गायत्री उपासकों व सनातन धर्मी साधकों के लिए जप -तप ध्यान- साधना पूजा- उपासना व मंत्र जाप के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है। शक्तिपीठ द्वारा इसकी तैयारी की जा रही है।
गायत्री महायज्ञ व प्रज्ञा पुराण
शक्तिपीठ के व्यवस्थापक भाई ओमप्रकाश ने बताया कि नवरात्र पर्व के पूर्व शक्तिपीठ के पुरोहित सुखनंदन, ब्रह्मानंद ,नृपाराम, देवशरण आदि के द्वारा निकटस्थ ग्राम देवरी परसूली में पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ और प्रज्ञा पुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है । वहीं मोहभट्ठा ग्राम में 5 और 6 अप्रैल को पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ संपन्न किया जाएगा। उन्होंने उक्त दोनों यज्ञीय आयोजन में धर्म प्रेमी श्रद्धालु जनो को अधिकाधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है साथ ही चैत्र प्रतिपदा, हिंदू नववर्षारंभ के अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ में आयोजित वेद माता गायत्री की नवरात्रि पूजन व अखंड जाप सहित नौ दिनों तक चलने वाले पूजा आराधना उपासना के आयै में अधिकाधिक संख्या में भाग लेने के लिए सभी धर्म प्रेमी बंधु वह माता- बहनों से आग्रह किया है। उक्ताशय की जानकारी व्यवस्थापक भाई ने दी है