यूट्यूब में भी सुनी जा रही श्री महापु
राण कथा
राजनांदगांव / शहर के जीई रोड स्थित श्री बागेश्वर धाम में इन दिनों श्री शिव महापुराण कथा की बहार है। सावन माह के पवित्र दिनों में आयोजित इस महापुराण कथा को सुनने रोजाना बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालु जन बड़े भक्ति भाव से कथावाचक पं० विनोद गोस्वामी जी के श्री मुख से निर्झर की तरह झरने वाले भगवान भोलेनाथ की कथा सुन कर आनंदके महासागर में गोते लगा रहे हैं।श्री बागेश्वर धाम ट्रस्ट एवं कस्तूरबा महिला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के कथावाचक पं० विनोद गोस्वामी ने आज की कथा मे मनुष्य जनम को बहुत अनमोल बताया और कहा कि मनुष्य की भोग योनि वाले जीवन पाने के लिए देवता तरसते हैं।श्री गोस्वामी जी ने मनुष्य शब्द की व्याख्या करते हुए कहा,,जिसका मन ईश (ईश्वर) में लगा रहे वहीं मनुष्य है। इसलिए भगवान की भक्ति से पहले हम मनुष्य बन जाएं। उन्होंने ने भी कि मनुष्य के सांसारिक जीवन में काम क्रोध मद मत्सर आदि विकार बाधा पहुंचाने आते हैं पर इससे भय नहीं खाना चाहिए। उसका सामना करें। कोई गाली दे तो उसे क्षमा कर दें। ईश्वर में अपना मन लगाए रखने वाले मनुष्य को क्षमा के भाव भी रखना चाहिए । श्री गोस्वामी जी ने ऋषि भृगु द्वारा शेषशैया पर लेटे भगवान विष्णु को लात जड़ देने पर भगवान श्रीहरि ने ऋषि पर क्षमा के भाव रखते हुए कहा था कि ,,हे भगवन, आपके पैर बहुत कोमल है और मेरा वक्ष पत्थर की तरह कठोर है, आपके पाद प्रहार से कहीं आपको चोट तो नहीं लगी,,? इसे ही बड़े लोगों में बड़प्पन होने की बात कहते हुए उन्होंने,, क्षमा बड़न को चाहिए,, छोटन को उत्पात,, महिमा घंटे न प्रभु के , जब भृगु ने मारी लात,।।कहा ।
कथावाचक श्री गोस्वामी जी ने सिया राम मय सब जग जानी कहते हुए महिलाओं को संबोधन में कहा किआप लोग जो नारी शक्ति है जो अपने परिवार को समता के भाव से संचालन करती है इसलिए आपको नारी शक्ति के रूप में सम्मान मिलता है। कथावाचक श्री गोस्वामी जी ने फिल्मी गीत ,हम तुम्हें चाहते हैं ऐसे,, गीत को मोड़ते हुए इसे भगवान भोलेनाथ पर जोड़ कर सुनाया और श्रद्धालुओं में भक्ति रस की गंगा बहा दी। गोस्वामी जी ने कवि कुमार विश्वास की चर्चित कविता , कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है,का उदाहरण देते हुए भक्तों की दिल की बेचैनी भगवान शिव शंकर के प्रति बढ़नी चाहिए कहा । श्री शिव महापुराण कथा प्रारम्भ होने से पूर्व कस्तूरबा महिला मंडल की माया अग्रवाल ने शिव भक्ति से सनी सुमधुर कविता का गान किया।
श्रीशिवमहापुराण पारायण कर्ता पं० मोहन शास्त्री , जप कर्ता शुभम महराज की पूजा अर्चना के पश्चात प्रारंभ हुए श्री शिव महापुराण कथा का श्रवण करने झारखंड, बिहार से पधारे गायत्री परिजनों के अलावा श्री सत्यनारायण मंदिर समिति के अशोक लोहिया, माहेश्वरी जी महेश जानी अमलेंदु हाजरा, सुमंत बख्शी समाजसेवी एवं अधिवक्ता श्रीमती शारदा तिवारी सरस्वती माहेश्वरी उमा भट्टड़,गायत्री परिवार की,ओमवती बहन जी, समाजसेवी सुषमा सिंह, अर्चना दास आदि की उपस्थिति रही वहीं कथा श्रवण के लिए रामकृष्ण ठाकुर, अजय गुप्ता, पंकज गुप्ता सोहन गुप्ता कैलाश गुप्ता, राकेश गुप्ता कस्तूरबा व आराधना महिला मंडल की अलका जानी माया अग्रवाल साधना तिवारी दामिनी साहू श्री बागेश्वर ट्रस्ट की प्रज्ञा गुप्ता, आशा गुप्ता मनीषा गुप्ता आदि सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष जन उपस्थित थे। कथा के अंत मे राजपूत समाज द्वारा श्री शिवमहापुराण की आरती गाई गई।अंत मे सभी उपस्थित जनों में फल मिष्ठान आदि का प्रसादी वितरण किया गया।