० उन्नत तकनीक से मशरूम उत्पादन बना प्रमुख कारण
राजनांदगांव ।
मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले संस्कारधानी के दो नवाचारी युवा उद्यमियों को बीते दिनों मध्यप्रदेश के जबलपुर में पांच पांच लाख रुपये का ग्रांट दिया गया । ज्ञात हो कि जवाहर आर-एबीआई कोहोर्ट 5.0 के एग्री स्टार्टअप्स के साथ इन युवा उद्यमियों का एमओए हुआ है । जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा के मुख्यआतिथ्य में आयोजित इस समारोह में संस्कारधानी के सुधीर मिश्रा एवं रुपेश चौबे को यह ग्रांट मिला । दोनों ही युवा एम् जी मशरूम एवं गोकुल ग्रामोद्योग के नाम से कंपनी का संचालन करते हैं और अपने इस क्षेत्र में नए रोजगार के अवसर युवाओं को उपलब्ध कराते हैं ।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि की आंसदी से कुलपति डॉ. पी.के. मिश्रा ने कहा कि आप सभी के स्टार्टअप्स अपने नये-नये आईडियाज एवं रोजगार के साधन तैयार करने हेतु दूसरों के लिये उदाहरण बन रहे हैं। कृषि क्षेत्र में भविष्य के विकास के क्षेत्र में सेकेण्डरी एग्रीकल्चर अर्थात मूल्य संवर्धन, पैकेजिंग एवं प्रोसेसिंग से ग्रामीण रोजगार के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को सृदृढ़ बनाने की दिशा में विश्व विद्यालय प्रमुख भूमिका निभा रहा है।
उक्त आयोजन में आईएआरआई नईदिल्ली ने भी ऑनलाइन जुड़कर एग्री स्टार्टअप्स प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना की और स्टार्टअप्स को बधाई देते हुये कहा कि कृषि के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। साथ ही सफल उद्यमी बनने के लिये कड़ी मेहनत और लगन के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। जिसमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के 15 एग्री स्टार्टअप्स में महिला 4 और पुरूष एग्री स्टार्टअप्स 11 उपस्थित रहे।
उक्त आयोजन में पूरे भारत में लगभग 45 स्टार्टअप ने इसमें हिस्सा लिया जिसमें शीर्ष 17 स्टार्टअप को ही ग्रांट प्रदान किए गए,जिसमें छत्तीसगढ़ के 2 स्टार्टअप कंपनी एमजी मशरूम और गोकुल ग्रामोद्योग मुख्य रूप से सम्मिलित हैं।
सुधीर मिश्रा व् गोकुल चौबे को इस उपलब्धि पर उनके सहयोगियों , मित्रों व् सहकर्मियों ने उन्हें बधाई दे कर उनके उज्जवल बह्विश्य की कामना की है।