राजनांदगांव।प्रदेश में 14 नवंबर से धान खरीदी प्रारंभ हुआ है जिसके बाद पिछले 15 दिनों में ही अव्यस्था का आलम देखने को मिलने लगा है किसानों को बारदाना उपलब्ध नहीं कराने के कारण 40 से 50 रुपए प्रति बोरे की दर से बिचौलियों से बारदाना खरीदने किसान मजबूर दिखाई दे रहे है वहीं दूसरी और जिन किसानों ने पहली सप्ताह में धान बेचा है उनको 3100 रुपए की जगह लगभग 2300 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान किया गया है। युवा नेता परस साहू ने बताया कि धान खरीदी के पहले सप्ताह से ही साथ सरकार की सांस फूलने लगी है जिसका जीवंत उदाहरण है कि किसानों को कथित डबल इंजन की सरकार होने के बाद भी बारदाना उपलब्ध नहीं करा पा रहे है साथ ही चुनावी वायदे में धान का एक मुस्त 3100 रुपए देने के वायदे भी झूठे साबित हो रहे है आज किसानों को लगभग 2300 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है जिससे किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं जो कि स्पष्ट रूप से दिखाता है कि भाजपा की सरकार धान खरीदी के मामले पर विफल हो गई है। परस साहू ने कहा कि हमारे जिले के भाजपा नेता अपने आप को किसान व जन हितैषी बताते है आज किसान हितेषी बनने का सही समय है भाजपा नेताओं को सोसायटी में जाकर किसानों से मिलना चाहिए और अपनी विफलता बताते हुए अन्न दाताओं को परेशान करने, बारदाना उपलब्ध नहीं करने के लिए माफी मांगनी चहिए।