संकुल स्तरीय शाला प्रवेश भी मनाया गया
छुईखदान _शासकीय प्राथमिक शाला शाखा में 2009 से पदस्थ सहायक शिक्षिका श्रीमती जानकी साहू की पदोन्नति शासकीय पूर्व माध्यमिक कन्या शाला छुई खदान में होने पर एक छोटा सा सम्मान समारोह और विदाई का कार्यक्रम संस्था प्रमुख श्री संतोष साहू,अर्चना दुबे और तरीका धुर्वे के नेतृत्व में रखा गया था जिसमें संकुल केंद्र घिरघोली के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं को आमंत्रित किया गया था इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों को खीर पुड़ी,बड़ा,चांवल दाल भिन्डी आलू चना की सब्जी के साथ न्यौता भोज कराया और एक नवाचार शिक्षकों के लिए शुरू किया गया की माह में एक बार सभी शिक्षक शिक्षिका मीटिंग के दौरान मिलेंगे तो अलग अलग स्कूलों में जाएंगे और एक दिन बैठकर विभिन्न शालाओं में होने वाली शिक्षकीय कार्यों की समीक्षा करेगे उसके बाद एक साथ बैठकर सभी लोग सुरुचि शिक्षक न्योता भोज कार्यक्रम करेंगे।आज के कार्यक्रम की मुख्य अतिथि संकुल समन्वयक जी आर टंडन और अध्यक्षता प्रधान पाठक संतोष साहू ने किया विशिष्ट अतिथि मया राम निषाद,राजेश जंघेल पूर्व माध्यमिक शाला शाखा रहे।कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने सामूहिक सरस्वती पूजन किया उसके पश्चात अतिथियों को पुष्प गुच्छ गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया।स्वागत भाषण में संतोष साहू ने जानकी साहू मैडम के कार्यों और लगनशीलता को बताया। तारिका धुर्वे और अर्चना दुबे ने जितने दिन भी साथ रहे उनकी खट्टी मीठी यादों को बताते हुए भाव विभोर हो गए जो भी गीले शिकवे हुए होंगे उनके लिए क्षमा मांगते जब भी समय मिलता है अपने स्कूल स्टॉप और बच्चों से मिलने जरूर आना जी ।पदोन्नत हुई जानकी साहू ने भी अपने द्वारा जितना बन सका करने का प्रयास किया उसके लिए भी आप लोगों ने भी सहयोग किया तब जाकर हुआ अब आगे आप सभी लोग मिलकर इस शाला को नई ऊंचाई देंगे।संकुल समन्वयक जी आर टंडन ने कहा सभी लोग आपस में मिलजुलकर काम करते हैं तभी कोई काम होता है हम सभी लोगों को एक परिवार की तरह रहना चाहिए किसी को कोई व्यक्तिगत,पारिवारिक या विभागीय काम में परेशानी हो रही है तो मुझे कभी व्यक्तिगत संपर्क कर सकते हैं।जो भी जिम्मेदारी मिली है उसे पूरी ईमानदारी से निभाए।संकुल केंद्र घिरघोली के सभी शिक्षकों ने जानकी साहू को विभागीय पदोन्नति के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी।शिक्षा समिति के सदस्यों,रसोइया, स्वीपर सभी लोगों ने मैडम की काम की सराहना की कार्यक्रम का संचालन प्रधान पाठक पुरेना तुलेश्वर कुमार सेन ने किया।