जिला के छुरिया ब्लाक में ग्राम पंचायत साल्हे मनोरा में मुरूम अवैध उत्खनन हो रहा है। जिसमें सड़क और भवन का निर्माण मुरूम के बिना पूरा नहीं होता। सरकारी और निजी निर्माण कार्य में बड़े पैमाने में मुरूम का उपयोग रोजाना किया जा रहा है। पर जिले में एक भी मुरूम खदान का लीज नहीं है। मुरूम की आपूर्तिकर्ताओं द्वारा आंख मुंद कर ऊंचे टीले की खुदाई की जा रही है। वन भूमि के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के आवासीय इलाकों पास मुरूम की अवैध खुदाई से बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। बारिश के मौसम में इन गड्ढों में पानी जमा हो जाने से बच्चों के साथ मवेशियों के गिरने का खतरा बना रहता है। जिसे अवैध उत्खनन की ओर से अधिकारियों ने पूरी तरह आंख मूंद रखे हैं। जिले में मुरूम की आपूर्ति का काम अधिकाशंतः ट्रैक्टर चालकों द्वारा किया जाता है। मुरूम अवैध उत्खनन के लिए ठेकेदारों द्वारा भी जेसीबी की मदद से बड़े पैमाने में मुरूम का उत्खनन किया जाता है। उत्खनन के दौरान संबंधित ठेकेदार अपनी सुविधा के अनुसार कहीं भी गड्ढे खोद देते हैं। खनिज विभाग को जानकारी मिलते ही जगह से गायब हो जाते हैं। आखिर कब तक खनिज विभाग इन मुरूम माफिया को देगी खुली छूट शासन प्रशासन जवाब दें ?