(समाज प्रमुखों ने विशेष बैठक में लिया निर्णय)
राजनांदगांव – राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सासंद मधुसूदन यादव को प्रत्यासी नही बनायें जाने पर सर्व यादव समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त हैं। छत्तीसगढ़ में दूसरी सर्वाधिक जनसंख्या वाले यादव समाज से ११ लोग सभाक्षेत्रों में जनप्रतिनिधि के लिए प्रदेश में एक भी लोकसभा का टिकट नही दिया जाना समाज के लिए बहुत बड़ा आघात और अपमान जनक बात हैं। राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र से आम जनता एवं यादव समाज के लोकप्रिय जनप्रतिनिधि एवं पूर्व सांसद श्री मधुसूदन यादव को प्रत्याशी बनाने की मांग की गई है। उल्लेखनीय है कि छ.ग. की राजनीति में राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र का अपना विशंष स्थान है और इस क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी में पूर्व सांसद मधुसूदन यादव जी योग्य और उपयुक्त प्रत्याशी है। श्री मधुसूदन यादव जी वर्ष २००९ से २०१४ तक इस क्षेत्र का कुशल नेतृत्व करने के साथ आज भी अपनी लोकप्रियता आम जनता के बीच बनाये रखे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के चुनाव संचालक रहते हुए छ.ग. विधानसभा अध्यक्ष तथा क्षेत्रीय विधायक डॉ. रमन सिंह को बड़ी जीत दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
जिला सर्व यादव समाज ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि – विभिन्न ऐजेसींयों द्वारा प्रत्याशी चयन के लिए २०२४ में करायें गयें सर्वेक्षण में भी श्री मधुसूदन यादव का नाम प्रथम स्थान पर रहा हैं इसके बावजूद लोकसभा का टिकट नहीं मिलना आम जनता और समाज के लिए समझ से परें हैं और सरकार द्वारा सर्वे करायें जाने का क्या औचित्य हैं। समाज की मांग है कि सर्वे के आधार पर पुन: राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र के लोकसभा प्रत्यासी के लिए श्री मधुसूदन यादव का नाम घोषित किया जाए। समाज की उपेक्षा सें पनपा आक्रोश का प्रभाव प्रत्याशी पविर्तन नही करनें पर यादव समाज और अन्य पिछड़ा वर्ग की उपेक्षा का विपरित परिणाम देखने को मिल सकता हैं।