सामुदायिक सहभागिता का मिसाल – प्राथमिक शाला सिरलगढ़
अम्बागढ़ चौकी:- शासकीय प्राथमिक शाला सिरलगढ़ में एक पेड़ मां के नाम शाला प्रबंधक समिति के सदस्यों, पालकों व समस्त ग्राम वासियों ने तन- मन- धन से सहयोग करते हुए शाला परिसर एवं मैदान के चारों तरफ *बॉटम पाम, एरिका पाम,* *नारियल, आम, बरगद, कटहल, केला* , *पारिजात* एवं अन्य फलदार,फूलदार तथा छायादार 50 पौधों का रोपण कर वृद्धि करने का संकल्प लिए।
नीलकंठ कोमरे शिक्षक ने कहा भारतीय संस्कृति में एक वृक्ष का महत्व दस पुत्रों के बराबर माना गया है. वनस्पति के साथ-साथ नदी, पहाड़ आदि को जीवंत मानना हमारी संवदेनशील सांस्कृतिक परम्परा का प्रतीक है.
प्रत्येक व्यक्ति अपने आस-पास ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं। इससे हमें स्वच्छ हवा मिलेगी। हम कई तरह की बीमारी से बच सकते हैं। कई तरह की गंभीर बीमारियां पर्यावरण के दूषित होने से बढ़ रही हैं। इसे गंभीरता से समझना होगा और हर व्यक्ति को जनहित व देशहित में एक पेड़ मां के नाम पौधारोपण करने का संकल्प लेना होगा।
योगेंद्र कुमार देवांगन ने कहा पर्यावरण को बचाने के लिए जीवन में पौधारोपण करना चाहिए। जीवनदायी आक्सीजन का एकमात्र स्त्रोत पौधे ही हैं। अगर पौधे नहीं रहेंगे तो हमें आक्सीजन की दिक्कत हो जाएगी। कोरोना काल में आक्सीजन की कमी का खामियाजा कई लोगों ने भुगता है। हमें इससे सबक लेते हुए पौधारोपण का संकल्प लेना चाहिए।
एक पेड़ मां के नाम पौधा रोपण कार्यक्रम में चुन्नू राम चंद्रवंशी ग्राम प्रमुख,नरबद कुमेटी शिक्षाविद, योगेंद्र देवांगन प्रधान पाठक,नीलकंठ कोमरे शिक्षक, सालिक राम शाला प्रबंधक अध्यक्ष ,बिसरु राम चंद्रवंशी, हरिक चंद्रवंशी, चंद्रशेखर चंद्रवंशी, चंद्रकुमार सिन्हा,पीताम्बर, चतुर सिंह,बिसलाल ,कुशल,हेमलाल,पन्ना लाल,गौतरिया,बिजेंद्रसिन्हा,वासुदेव,हेमि
न ,सविता,समस्त ग्रामवासी शाला प्रबंधक समिति सिरलगढ़ विशेष योगदान रहा है।