छुईखदान _छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के मंशानुरूप शिक्षा सत्र 2024 /2025 में शाला प्रवेश का दौर प्रारंभ हो चुका है कक्षा अनुरूप दक्षता प्राप्त होना चाहिए इसके लिए राज्य की सरकार,अधिकारी और विभिन्न संगठनों को मिलाकर संयुक्त रूप से पाठ्यक्रम का निर्माण किया गया जिसमे भौतिक संसाधन का रोना अब नही रोना है जो भी आपके पास है उसी को सकारात्मक भाव के साथ बेहतर बनाने का प्रयास करना है कोई भी व्यक्ति या स्थान कभी भी पूर्ण नहीं हो सकता है उसे पूरा करने का इंतजार भी नही करना है बल्कि एक श्रेष्ठ संकल्प के साथ एक निश्चित उद्देश्य की पूर्ति के लिए अपने विद्यालय में जाना है कक्षा एक से पांच तक की बच्चों पर कैसे ध्यान दे सकते हैं कैसे पढ़ा लिखा सकते हैं उन्हें कक्षा अनुरूप कैसे बना सकते हैं उनके लिए ही एफ एल एन रूपी संयुक्त पाठ्यक्रम है जिसमे आन लाइन और आफ लाइन प्रशिक्षण चल रहा है आज तीसरा चरण का अंतिम दिवस अर्थात समापन दिवस रहा।इस प्रशिक्षण में हिन्दी और गणित विषय की समझ स्थानीय भाषा और मातृ भाषा का प्रयोग करते हुए हमें हिन्दी भाषा और गणित की बारीकियों को बताते हुए उनको जीवन मूल्यों से कैसे जोड़ना है। हिन्दी और गणित के चार मांडल कौन कौन से है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत 5+3+3+4 का क्या आंकड़ा है और कौन कौन सी बातों को समाहित किया है उस पर विस्तार से चर्चा किया गया।पाठयपुस्तक,शिक्षक संदर्शिका, अभ्यास पुस्तिका, डिजिटल सामग्री, जादुई पिटारा, प्रिंट रीच, व्हाट शॉप,इंस्टाग्राम,स्मार्ट और कीपैड मोबाइल का सदुपयोग,शिक्षक,पालक और बच्चें किस तरह सीखते और सिखाते है पर अनुभव आधारित प्रशिक्षण रहा ।बहुभाषा और बहु कक्षा की समस्या से कैसे निजात पाया जा सकता है।प्रशिक्षक के रूप पीतांबर राजपूत,दशरथ भारती और केवल मंडावी सर ने अच्छे से बताया छुई खदान ब्लाक में तीन चरण में यह प्रशिक्षण संपन्न हुआ जिसमें पूरे ब्लाक के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया समय समय पर उच्च कार्यालय और अधिकारियों का दौरा और मार्ग दर्शन होता रहेगा।