राजनांदगांव – १२ सितम्बर १९८४ के रोज बी.एन.सी. मिल से छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में रैली प्रारंभ हुई थी, मैनेजमेंट के गुंडो द्वारा मजदूरों पर हमला किया गया था, उसी दिन मैनेजमेंट के निर्देश पर पुलिस ने मजदूरो पर गोली चालन किया था, जिसमें श्रमिक मेहतरू देवांगन, जगत राम सतनामी, घनाराम देवांगन तथा राधे बालक चार श्रमिक शहीद हुये थे, उनका ३८वां शहीद दिवस छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा कार्यालय तुलसीपुर में आायोजित किया गया, शहीदो को श्रद्धांजली दी गयी उक्त अवसर पर छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के पूर्व विधायक जनक लाल ठाकुर, भीमराव बागड़े, पे्रम नारायण वर्मा, उत्तम जी, शेख अंसार, बसंत साहू, दिनेश गुप्ता आदि बड़ी संख्या में श्रमिक व महिलाये उपस्थित थी।
उक्त अवसर पर शहीदो को श्रद्धांजली अर्पित की गयी, क्रांतिकारी गीत, तुलसी देवदास व पूनाराम साहू ने प्रस्तुत किया सभा का संचालन मेघदास वैष्णव व बसंत साहू ने किया। वक्ताओ ने अपने संबोधन में कहा कि कामरेड शंकरगुहा नियोगी के नेतृत्व में आंदोलन शुरू हुआ था, २८ सितम्बर १९९१ की रात उन्हें गोली मारकर हत्या की गयी उनका शहीद दिवस २८ सितम्बर २०२३ को आयोजित है।
सभा के पश्चात् डिप्टी कलेक्टर, सरस्वती बंजारे को ज्ञापन सौंपा गया, ज्ञापन में नगर पालिक निगम राजनांदगांव के अधिकारियों द्वारा वर्ष २०१७ से मई २०२१ तक कबाड़ी विक्रय कर एक करोड़ पचास लाख रूपये गबन की गयी, स्वच्छता दीदीयों के भुगतान किये जाने तथा सफाई कर्मियों को ठेकेदारों के अधीन रखा गया है, वह ठेकेदारी समाप्त कर नियमित करने तथा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय पेण्ड्री अस्पताल मेटास कंपनी द्वारा सफाई कर्मियों को प्रताडि़त किया जा रहा है उस पर रोक लगाने की मांग की गयी।
उन्होंने ज्ञापन में संविदा कर्मी, मानदेय कर्मी, दैनिक वेतन भोगी श्रमिको को नियमित करने तथा श्रमिको को केन्द्र सरकार द्वारा नई पेंशन वापस लेकर पुरानी पेंशन लागू करने की मांग की गयी।
प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम दिये ज्ञापन में मांग की गयी कि हाथ से मैला ढोने की प्रथा को समाप्त की जाये तथा दलितों को भी सभी प्रकार की जाति आधारित भेदभाव से मुक्ति दिलायी जावे।
उक्त जानकारी मोर्चा के संगठन मंत्री तुलसी देवदास ने दी।